उपस्थित तत्त्व को कैसे जानें??


यह पूर्व ज्ञात है कि की एक विशेष समय अंतराल में एक विशेष तत्व ही प्रधान रूप से उपस्थित होता है
बाकी के शेष बचे हुए 4-तत्व गौण-रूप से उपस्थित रहते हैं,
जो तत्व प्रधान मात्रा में विशेष रूप से उपस्थित होता है उसी तत्व का प्रभाव ब्रह्मांड में सर्वत्र दिखाई देता है।
मनुष्य की क्रियाकलाप सृष्टि की घटनाओं में इसी तत्व का प्रभाव देखने में आता है। 
इसलिए उपस्थित तत्व की इस तत्व की पहचान किस प्रकार से किया जाए, यह जानते हैं-

It is previously known that only a particular element is predominantly present in
a particular time interval, the remaining 4-elements remain secondary,
which element is present exclusively in the prime quantity the effect of this is
seen everywhere in the universe.
The effect of this element is seen in human and universe activities.
Therefore, to know how to identify this element of the present element,
I say…It is known before -


 तत्व परखने की विधि के विषय में पूर्व में भी बात हो चुकी है ,
इसलि अब मैं बताता हूं कि किस प्रकार से अग्नि तत्व कि शरीर में पहचान किस प्रकार से
की जा सकती है? की जाती है?

The method of testing the element has been talked about in the past,
so now I will tell how the fire element can be identified in the body?
Can it be done?

यदि अग्नि तत्व मनुष्य के शरीर में विद्यमान होता है, प्रधान रूप से उपस्थित होता है तब स्वास की
लंबाई केवल 4-अंगुल परिमाण  की रह जाती है अर्थात जब नथुने से सांस की लंबाई नापते हैं तो
केवल चार अंगुल तक ही होती है। 

जब सांस को बाहर की ओर फेंकते हैं तो उसकी लंबाई केवल 4-अंगुल  ही रह जाती है।  

If the fire element is a scholar in the human body,
predominantly present, then the length of breath is only 4-fingers,
that is, when measuring the length of breath from the nostril, it remains only four fingers. 
When throwing the breath outward, its length remains only 4-fingers.

यदि स्वांस वाम स्वर में चल रही होती है जिसकी लंबाई 4-अंगुल है तो
इसे बांया स्वर में अग्नि तत्व का उपस्थित होना समझना चाहिए और यदि यह चार अंगुल परिमाण की की सांस
यदि दांया स्वर में चलती है तो इसे सूर्य स्वर में अग्नि तत्व कहा जाता है। 

If the breath is moving in the left nostril, which is 4-fingers in length,
then it should be understood that the fire element is present in the left nostril and
if the breath of this four fingers magnitude moves in the right nostril,
then it is called the fire element in the surya swar i.e. right nostril. 

इस अग्नि तत्त्व का उपयोग किस प्रकार से कर कोई निवेशक स्टॉक मार्केट से लाभ उठा सकता है ?
आइये जानते हैं -
How can an investor benefit from the stock market by using this fire element?
Let's know -


सृष्टि की उत्पत्ति करता ब्रह्मा की वाणी के सामान अकाट्य सत्य कहता हूं
यदि सूर्य स्वर में अग्नि तत्व चल रहा हो उस  उस समय कोई भी इंडेक्स,
शेयर अथवा स्टॉक तेजी कर रहा होता है किन्तु यह तेजी केवल उतने समय तक ही विद्यमान रहती है
जितने समय तक की यह तत्त्व उपस्थित हो रहा होता है। 

Like the voice of Brahma, which originates from the creation,
I say the irrefutable truth, If the fire element ispresent in the right nostril,
then any index, share or stock is bouncing at that time,

but this boom only remains as long as the time, till this element is being present. 

यदि सूर्य स्वर  में अग्नि तत्व ,यानी स्वास की लंबाई 4-अंगुल तक है उस समय  जो भी शेयर स्टॉक,
ऑटोइंडेक्स आदि के विषय में विचार किया जा रहा होता है वह तेजी करता है , वह तेजी करेगा। 


If the fire element in Surya Swara, ie the length of the breath is up to 4-fingers,
whatever stock is being considered at the time of stock, share or index etc. will boom,
it will accelerate. 

यदि कोई व्यक्ति इस विद्या का उपयोग कर निवेश करता है तो है निश्चित रूप से लाभान्वित होगा
लाभ लेने के लिए उसे लगाए हुए सौदे पर किसी प्रकार की शंका करने की आवश्यकता नहीं है,
क्योंकि यह विद्या शास्त्रगत-रूप से वैज्ञानिक-रूप से पूर्ण प्रमाणित है।  





If a person invests using this knowledge then he will definitely benefit.
He does not have to doubt any kind of deal on the deal he has to take advantage of
because this science is scripture-based and scientifically fully certified.

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